झीनी रे झीनी चदरिया

झीनी रे झीनी रे झीनी चदरिया
के राम नाम रस भीनी चदरिया
झीनी रे झीनी रे झीनी

अष्ट कमल दल चरखा डोले
पांच तत्व, गुण तीनि
साईं को सियत मास दस लागे
ठोंक-ठोंक के बीनी
झीनी रे झीनी…

सो चादर सुर नर मुनि ओढ़ी
ओढ़ी के मैली कीनी चदरिया
दास कबीर ने (ऐसी) जतन करी ओढ़ी
ज्यों की त्यों धर दीनी
झीनी रे झीनी…

Blog at WordPress.com.